Arvind vadbudhe, sawnerkar lighting candle for dadi day
जैसे जैसे ईलाज कराते गए.. मर्ज बढ़ता गया.. अर्थात डॉक्टर बीमारी को पकड़ ही ना पाया.. ठीक इसी प्रकार संसार का हर मनुष्य सुख–शांति की तलाश...